भारतीय स्टार धाविकाहिमा दास(Hima Das) का एक वीडियो शनिवार को काफी तेजी से वायरल हुआ, जिसे कई लोगों ने सच भी मान लिया और गलतफहमी में पड़ गए. इनमें से एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग भी रहे, जो सच और झूठ का फर्क नहीं कर सके. इसके चलते उन्हें अब सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का भी शिकार होना पड़ा.
दरअसल बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में (Commonwealth Games 2022) ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं की शुरुआत से 3 दिन पहले हिमा से जुड़े वीडियो को 3 हजार से ज्यादा लाइक मिले और इसे 6 हजार से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया. इसमें हिमा दास के गोल्ड मेडल जीतने का दावा किया गया था जिसे अपने अकाउंट पर साझा करते हुए सहवाग (Virender Sehwag) ने उन्हें बधाई तक दे डाली. लेकिन, इसके बाद वो जमकर ट्रोल हुए.
फेक न्यूज का शिकार बने Virender Sehwag
दरअसल ‘पिगासस’ नाम के हैंडल से ट्विटर पर डाले गए वीडियो में दावा किया गया था कि हिमा दास ने बर्मिंघम में 400 मीटर का गोल्ड मेडल जीता. जबकि ये वीडियो साल 2018 में फिनलैंड के टेंपेयर में हुई अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का है, जब असम की धाविका चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं.
इस वीडियो की जाल में सहवाग भी फंस गए और उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए बताया कि स्टार धाविका ने कॉमनवेल्थ गेम्स की 400 मीटर स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है.
हालांकि इस गलत जानकारी के बारे में जैसे ही सहवाग को पता लगा वैसे ही उन्होंने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया. लेकिन, तब तक उनकी ओर से किया गया ये ट्वीट वायरल हो चुका था और ट्रोलर्स के निशाने पर वीरू आ चुके थे. उन्होंने अपने ट्वीट के कैप्शन में लिखा था कि, ‘क्या शानदार जीत! भारतीय खिलाड़ियों का शानदार आगाज. कॉमनवेल्थ गेम्स की 400 मीटर स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने के लिए हिमा दास को बहुत बहुत बधाई. फक्र है.’