‘महंगाई डायन खाय जात है’ से याद आता है पीपली लाइव का ‘नत्था’, देखिए वो कहां हैं आजकल

सघर्ष तो हर किसी को करना पड़ता है मगर कुछ लोगों की ज़िंदगी का सफ़र काफ़ी मुश्किल भरा होता है. अक्सर हम बॉलीवुड एक्टर्स की लाइफ़स्टाइल देखकर उनके कायल हो जाते हैं. मगर असल में वो बहुत स्ट्रगल के बाद यहां तक पहुंचते हैं. अगर हम छोटे-मोटे रोल करने वाले एक्टर्स की भी बात करें तो उनका संघर्ष भी कम नहीं होता है.
उनमें से एक नाम फ़िल्म’पीपली लाइव’के नत्था यानी ओंकार दास मानिकपुर का नाम भी शामिल है. उनकी ज़िंदगी काफ़ी मुफ़लिसी में गुज़री है. जहां उन्होंने 50 रुपए में भी काम किया है. मगर पीपली लाइव के बाद उनकी क़िस्मत बदली और लोग उनके फै़न हो गए. आज हम आपको फ़िल्म’पीपली लाइव’ के नत्था के बारे में बताएंगे कि वो कहां है और क्या कर रहे हैं?
ओंकार दास मानिकपुरी का जन्म 1971 में छत्तीसगढ़ के भिलाई दुर्ग में हुआ था. उन्होंने कक्षा 5वीं तक पढ़ाई की थी. वो छठी कक्षा में पहुंचे ही थे की उनके पिता कंपनी से रिटायर हो गए थे. जिसके बाद सर पर घर संभालने की सारी ज़िम्मेदारी आ गयी थी.
ओंकार ने करियर बनाने में बहुत मेहनत की है. ओंकार एक बहुत अच्छे स्टेज एक्टर हैं. उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू आमिर खान के प्रोड्कशन फ़िल्म’पीपली लाइव’से की थी. दरअसल, इस फ़िल्म ने ओंकार को नई पहचान दी थी. इस फ़िल्म में नत्था के क़िरदार के लिए मेकर्स पहले राजपाल यादव को कास्ट करने की सोच रहे थे. फ़िर विजय राज के बारे में भी सोचा गया लेकिन उनका कद काफ़ी लंबा था.
जिसके बाद आमिर खान ख़ुद इस क़िरदार को करना चाहते थे. लेकिन उसी दौरान उनकी फ़िल्म’3 इडियट्स’की शूटिंग चल रही थी. इसीलिए उन्होंने कहा कि,”मैं 1 साल बाद की डेट दे पाऊंगा”. जिसके बाद ओंकार ने भी अपना ऑडिशन दिया और वो सेलेक्ट हो गए. इस ऑडिशन को देखते ही आमिर खान ने कहा कि,”नत्था मिल गया”