दिल्ली एनसीआर की पुरानी गाड़ियों को ख़रीदने बेचने पर लग रहा हैं बड़ा झटका, मिल रहा हैं और लाखों का जुर्माना

दिल्ली एनसीआर की पुरानी गाड़ियों को ख़रीदने बेचने पर लग रहा हैं बड़ा झटका, मिल रहा हैं और लाखों का जुर्माना

अगर आपको गलती से किसी और का ई-चालान प्राप्त हो रहा है तो उसे ऑनलाइन सही कराना फिलहाल संभव नहीं है। ऐसा दो स्थिति में हो सकता है। पहला पुलिसकर्मी यातायात नियमो के उल्लंघ पर फोटो किसी और गाड़ी की ले और ई-चालान करते वक्त गलती से आपकी गाड़ी का नंबर डाल दे। ऐसे में आपको ई-चालान का एसएमएस प्राप्त होगा। इस चालान में सुधार कराने के लिए आपको चालान करने वाली ट्रैफिक पुलिस के ऑफिस जाना होगा। यहां आपसे गाड़ी के पेपर की कॉपी और सुधार के लिए प्रार्थना पत्र मांगा जा सकता है। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस अपने रिकॉर्ड में सुधार कर लेगी, लेकिन परिवहन मंत्रालय द्वारा बने केंद्रीयकृत ई-चालान पोर्टल में भी ये सुधार होगा, इसकी गुंजाइश बहुत कम है। स्थानीय पुलिस द्वारा ई-चालान करते ही, ये केंद्रीय पोर्टल पर भी अपडेट हो जाता है। अगर ट्रैफिक पुलिस द्वारा सुधार करने से पहले चालान कोर्ट पहुंच चुका है तो उसे सही कराने के लिए आपको कोर्ट ही जाना पड़ेगा। अगर आप इस गलत चालाना में सुधार नहीं कराते हैं तो कोर्ट से आपको नोटिस मिलना जारी रहेगा।

नोएडा ट्रैफिक पुलिस द्वारा ये ई-चालान 5 अप्रैल 2021 को किया गया था। इसमें गलती से किसी और गाड़ी का नंबर डाल दिया गया। संबंधित व्यक्ति ने इसे नोएडा ट्रैफिक पुलिस के कार्यालय जाकर सही करवाया। बावजूद अब भी उसे बीच-बीच में कोर्ट का नोटिस प्राप्त होता रहता है।

पुरानी गाड़ी बेचने जा रहे तो संभल जाएं
ई-चालान सिस्टम की दूसरी सबसे बड़ी खामी है, गाड़ी के पंजीकरण प्रमाण पत्र (Vehicle Registration Certificate) में गलत मोबाइल नंबर का होना। नई गाड़ी खरीदते वक्त इसकी गुंजाइश काफी कम है। अमूमन ऐसा तभी होता है जब आपने पुरानी गाड़ी बेची और उसे खरीदने वाले ने दोबारा पंजीकरण कराते वक्त अपना मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कराया। इस स्थिति में भी आपकी पुरानी गाड़ी का चालान और उससे संबंधित कोर्ट नोटिस आपके मोबाइल पर ही आएगा। इस तरह की समस्या में पुराने वाहन मालिक का मोबाइल नंबर हटाने की कोई ऑनलाइन सुविधा नहीं है।

नोएडा के एक व्यक्ति यह गाड़ी करीब 5 साल पहले बेच चुके हैं। तब से उन्हें इसके चालान के कई अलर्ट और नोटिस मिल चुके हैं। इसे सुधारने के लिए उन्होंने 9 नवंबर 2021 को दिल्ली पुलिस को मेल भी लिखी। जिस पर दिल्ली पुलिस ने 12 नवंबर 2021 को जवाब दिया कि चालान वर्चुअल कोर्ट जा चुका है। अब हम इसमें कोई मदद या हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। अब भी उन्हें इस गाड़ी का चालान और कोर्ट के नोटिस मिलते रहते हैं।

गाड़ी बेचते वक्त लग सकता है झटका
अगर गाड़ी के पंजीकरण प्रमाण पत्र में आपका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है और आप कुछ समय बाद उसे बेचने जा रहे हैं तो आपको बड़ा झटका लग सकता है। हो सकता है जब आप गाड़ी बेचने जाएं तब आपको पता चले कि उसे कई चालान हो रखे हैं। पूर्व में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब इस तरह के चालान की राशि हजारों में थी। ऐसे में गाड़ी बेचने से पहले आपको वो सारे चालान क्लियर कराने होंगे। गाड़ी के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में आपका सही मोबाइल नंबर अपडेट होना बेहद जारूरी है, ताकि चालान होने पर आपको उसका एसएमएस अलर्ट प्राप्त हो सके।

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