वैसे तो देशभर में नवरात्रि के दौरान देवी मां के नौ रूपों की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जा रही है और देवी मंदिरों में आस्था की भीड़ उमड़ रही है. माता का आशीर्वाद पाने के लिए श्रद्धालु पूजा की अलग-अलग विधि अपना रहे हैं. ऐसी ही एक पूजा इन दिनों रतनपुर में आयोजित की जा रही है. जहां राम टेकरी पहाड़ के नीचे यज्ञ स्थल बनाया गया है और रोज सुबह शाम हवन कुंड में श्रद्धालु हवन करने पहुंच रहे है और वहां हवन कुंड में लाल मिर्च से हवन कर माता से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का आशीर्वाद मांग रहे हैं.
शारदीय नवरात्रि के मौके पर प्रदेश भर में नवरात्र की धूम मची हुई है. देवी की अराधना के लिए लोग अपनी-अपनी श्रद्धा और भक्ति के आधार पर माता के दरबार में पहुंच रहे हैं और माता को फल-फूल के साथ मिष्ठान अर्पित कर रहे हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध शक्ति पीठ माता महामाया की नगरी में खास यज्ञ का पहली बार आयोजन किया है.
बगुला मुखी और धुमावती, पीताम्बरा माता के आह्वान कर यहां नौ दिनों का यज्ञ किया जा रहा है, जहां हवन कुंड में आहूति के रुप में लाल मिर्च डाली जा रही है. सबसे खास बात यह है कि हवन कुंड की आग में प्रतिदिन कई क्विंटल लाल मिर्च डालने के बाद भी वहां किसी प्रकाश का प्रदूषण नहीं हो रहा है और ना ही किसी तरह की
परेशानी होती है. लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर वहां बाधा दूर कराने के लिए पहंच रहे हैं.
देशभर के अलग-अलग प्रदेशों में मिर्ची हवन कराने के बाद रतनपुर शक्ति पीठ में इस आयोजन को लेकर प्रमुख पुजारी खुश है. उनका मानना है कि ग्रंथों में शक्ति पीठों में देवी का वास माना गया है और माता से सभी के मंगल कामना के लिए ये आयोजन किया गया है. 9 दिनों तक होने वाले इस यज्ञ में 12 क्विंटल से अधिक लाल मिर्च का हवन करने की बात कही. कहा जाता है कि इस यज्ञ से जहां अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है वहीं सभी तरह की मनोकामना पूरी होती हैं.