बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी फिल्मों की दुनिया में एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने अपनी अदाकारी से हर किसी को अपना मुरीद बनाया है। बिहार में गोपालगंज के एक छोटे से गांव से निकलकर मायानगरी मुंबई में अपनी धाक जमाने वाले पंकज त्रिपाठी के पास आज ऐशो आराम की हर चीज़ मौजूद है। पंकज त्रिपाठी ने मुंबई में अपना आशियाना भी खरीदा है। पंकज त्रिपाठी ने साल 2019 में मुंबई के मड आयलैंड में अपने सपनों का घर खरीदा था।
एक्टर पंकज त्रिपाठी ने नए घर में प्रवेश के समय हुई पूजा की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर की थीं। मुंबई के पॉश एरिया में अपना घर खरीदने वाले पंकज त्रिपाठी कभी एक कमरे के मकान में परिवार संग रहा करते थे।
पंकज त्रिपाठी का किसानी करने वाला परिवार आर्थिक तौर पर काफी कमजोर था। लेकिन पंकज ने अपनी मजबूरी को अपने सपनों के आड़े नहीं आने दिया। 11 वीं कक्षा तक पंकज ने एक किसान के रूप में भी काम किया। त्योहारी सीज़न के दौरान पंकज अपने गाँव के नाटक में एक लड़की की भूमिका निभाया करते थे, जिसे गाँव के लोगों ने सराहा और उन्हें अभिनय में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।
पंकज त्रिपाठी का जन्म बिहार के गोपालगंज जिले के बेलसंद गांव में 5 सितम्बर 1976 को हुआ था। वह हाई स्कूल के बाद पटना चले गए जहाँ उन्होंने इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, हाजीपुर में पढ़ाई की। उन्होंने कॉलेज के दिनों से पटना के थिएटर में एक्टिंग करना प्रारंभ कर दिया था। थिएटर के दौरान उन्होंने पटना के एक फाइव स्टार होटल में भी काम किया। पटना में लगभग सात साल रहने के बाद उन्होंने अभिनय का प्रशिक्षण लेने के लिए दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला ले लिया। जब एनएसडी से एक्टिंग का कोर्स करने के बाद पंकज मुंबई पहुंचे तो वहां ना तो रहने का ठिकाना था और ना ही काम का।
पकंज त्रिपाठी ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2004 में अभिषेक बच्चन और भूमिका चावला स्टारर फिल्म ‘रन’ से की थी। उन्होंने इस फिल्म में चोर की भूमिका अदा की थी। इसके बाद पंकज ने कई फिल्मों में खलनायक की भूमिका भी अदा की। पंकज ने ‘ओमकारा’, ‘गैंग्स ऑफ़ वास्सेय्पुर’, ‘गैंग्स ऑफ़ वास्सेय्पुर-2’, ‘दबंग-2’, ‘फुकरे रिटर्न्स’, ‘न्यूटन’, ‘स्त्री’, ‘लुका छुपी’ और ‘अंग्रेजी मीडियम’ जैसी फिल्मों के अलावा ‘मिर्ज़ापुर’, ‘सेक्रेड गेम्स’ जैसी सफल वेब सीरीज में काम करके खूब नाम कमाया।
पंकज के स्ट्रगल के दिनों में उनकी पत्नी मृदुला ने उनका हर तरह से साथ दिया। पंकज की पत्नी नौकरी किया करती थीं। मृदुला की सैलरी के पैसों से घर भी चलता था।