मुकेश अंबानी ने अपनी बेटी ईशा अंबानी की शादी बहुत ही धूमधाम के साथ जाने-माने उद्योगपति आनंद पिरामल के साथ में की है। आनंद पिरामल के बारे में आपको बता दें कि वह मुकेश अंबानी की तरह ही एक जानेमन व्यवसाई है और हाल ही में आनंद पिरामल के बारे में सच्चाई सामने आई है कि वह सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि एक गांव के भी बहुत बड़े जमीदार रह चुके हैं जिसकी तस्वीरें अभी हाल ही में सामने आई है।
इन तस्वीरों में आनंद पिरामल के पुराने घरों की झलकियां साफ रूप से देखी जा सकती है जिसको देखकर लोगों की आंखें खुली रह गई है। आइए आपको बताते हैं मुकेश अंबानी की बेटी आखिर कौन से गांव की राजकुमारी बनकर गई है जहां की बहू होने के नाते लोग उनका खूब सम्मान भी करते नजर आते हैं।
आनंद पिरामल रखते हैं राजस्थान के इस गांव से ताल्लुक:मुकेश अंबानी के दामाद आनंद पिरामल जिनका सिर्फ मुंबई में ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी व्यवसाय है हाल ही में इस उद्योगपति के बारे में यह सच्चाई सामने आई है कि राजस्थान के एक गांव में भी उनकी पुश्तैनी हवेली है
जिस की बनावट और खासियत देख लोगों की आंखें खुली रह गई है क्योंकि वह बहुत ही विशालकाय हवेलिया है जो पहले के जमाने में सिर्फ राजा महाराजा के पास हुआ करती थी। आनंद पिरामल मूल रूप से राजस्थान जिले के झुंझुनू कस्बे से ताल्लुक रखने वाले थे और यहां पर वह अपनी पत्नी ईशा अंबानी को लेकर भी आ चुके हैं जहां पर इस हवेली की विशालकाय साज सज्जा को देखकर ईशा अंबानी भी थोड़ी देर के लिए सोच में पड़ गई थी। आपको बताते हैं इस विशालकाय हवेली को देखकर कैसे लोग अब इशा अंबानी को राजकुमारी करार देने लगे हैं।
आनंद पिरामल के पुश्तैनी रहते थे इस गांव में:आनंद पिरामल के साथ मुकेश अंबानी ने अपनी बेटी का रिश्ता क्यों जोड़ा था उसकी सच्चाई धीरे-धीरे सामने आती जा रही है क्योंकि आनंद पिरामल भी धन संपत्ति के मामले में किसी भी तरह से मुकेश अंबानी से बिल्कुल पीछे नहीं है। 1920 में आनंद पिरामल के जो पूर्वज थे वह राजा महाराजा वाली जिंदगी राजस्थान में जीते नजर आते थे और वहीं से कारोबार शुरू करते हुए आज आनंद पिरामल दुनिया के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक बन चुके हैं। इस बात की सच्चाई हाल ही में सबके सामने आई है क्योंकि इसके पहले किसी को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि मुकेश अंबानी के समधी राजस्थान परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिसको जानने के बाद अब सभी लोग ईशा अंबानी को राजकुमारी के समान करार देने लगे हैं।