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लैपटॉप के बॉक्स में साबुन और ड्रोन की जगह आलू मिले, तो बचने का तरीका भी जान लीजिए

Editor Editor
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ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल के नाम पर हर त्योहार से पहले ई-कॉमर्स वेबसाइट पर सेल की बाढ़ आ जाती है. अभी नवरात्रि को देखते हुए अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो जैसी तमाम ई-कॉमर्स वेबसाइट पर Great Indian Festival, The Big Billion Days और Mega Blockbuster Sale के जरिये ऑफर्स की बाढ़ आ गई है. इन ई-कॉमर्स वेबसाइट पर स्मार्ट टीवी से लेकर स्मार्टफोन तक, किचन की ग्रॉसरी से लेकर कपड़ों तक, बच्चों के खिलौने से लेकर लैपटॉप तक हर चीज पर ‘बचत’ के बंपर ऑफर हैं.

ग्राहक इन ऑफर्स का फायदा उठाते हुए जमकर खरीददारी भी कर रहे हैं. लेकिन, इसी बीच कई मामले सामने आए हैं. जहां लोगों को लैपटॉप की जगह कपड़े धोने वाले साबुन की टिकिया और ड्रोन कैमरे की जगह एक किलो आलू मिल रहा है. ऐसा नहीं है कि इस तरह के मामले पहली बार सामने आ रहे हैं. पहले भी लंबे समय से ऐसा होता रहा है. आइए जानते कि इस तरह के धोखाधड़ी से किस तरह से बचा जा सकता है? और, अगर कोई इसका शिकार हो जाता है, तो इससे बचने के क्या तरीके हैं?

लैपटॉप की जगह निकली साबुन की टिकिया
दिल्ली के रहने वाले यशस्वी शर्मा आईआईएम-अहमदाबाद के छात्र हैं. उन्होंने अपने पिता के लिए लैपटॉप लेने का मन बनाया था. और, फ्लिपकार्ट की बिग-बिलियन डे सेल का फायदा उठाकर लैपटॉप आर्डर कर दिया. लेकिन, लैपटॉप की डिलीवरी के बाद बॉक्स खोला गया. तो, उसमें कपड़े धोने वाले साबुन की टिकिया निकलीं. यशस्वी शर्मा ने लिंक्डिन पर एक पोस्ट के जरिये इस घटना के बारे में जानकारी दी. यशस्वी के अनुसार, फ्लिपकार्ट कस्टमर केयर से शिकायत करने पर उन्होंने गलती मानने से इनकार कर दिया, और, ‘नो रिर्टन पॉलिसी’ का हवाला देते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए. वैसे, इस पोस्ट में यशस्वी ने अपनी गलती मानते हुए लिखा है कि मेरे पिता को फ्लिपकार्ट की ‘ओपन बॉक्स डिलीवरी’ के बारे में नहीं पता था. खैर, इस मामले के वायरल होने के बाद फ्लिपकार्ट ने यशस्वी के लैपटॉप का रिफंड प्रोसेस कर दिया है.

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मंगाया ड्रोन कैमरा और मिला एक किलो आलू
बिहार के नालंदा में चैतन्य कुमार ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट मीशो से 85000 रुपये की कीमत वाला एक ड्रोन कैमरा ऑर्डर किया था. मेगा ब्लॉकबस्टर सेल के चलते चैतन्य को ये ड्रोन कैमरा सिर्फ 10000 में मिल रहा था. इतनी कम कीमत देखकर चैतन्य ने तुरंत ही ऑनलाइन पेमेंट कर ऑर्डर कर दिया. लेकिन, डिलीवरी के समय जब पैकेज को खोला गया. तो, उसमें ड्रोन कैमरा की जगह एक किलो आलू निकल आया. वैसे, चैतन्य कुमार ने एक समझदारी का काम किया था. दरअसल, उन्होंने डिलीवरी के समय इसका अनबॉक्सिंग वीडियो बनाया था. और, वीडियो बनाने के समय जब डिलीवरी ब्वॉय ने पैकेज खोला. तो, उसमें आलू निकले. ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वैसे, कहा जा सकता है कि सावधानी भरे एक कदम की वजह से चैतन्य धोखा खाने से बच गए.

क्या सावधानी बरती जानी चाहिए?
– आमतौर पर अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स वेबसाइट अपने ग्राहकों को किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या सामान को खरीदने के समय एक ओटीपी देती हैं. जो ‘ओपन बॉक्स डिलीवरी’ यानी डिलीवरी के समय बॉक्स खोलकर देखने और संतुष्ट होने के बाद डिलीवरी ब्वॉय को दिया जाता है. अगर कोई इस तरह का इलेक्ट्रॉनिक सामान ई-कॉमर्स वेबसाइट से मंगाता है. तो, उसे ओपन बॉक्स डिलीवरी की जानकारी होना जरूरी है. क्योंकि, कंपनियों की ओर से ग्राहकों की सुविधा के लिए ही डिलीवरी लेने से पहले बॉक्स को चेक करने की सुविधा दी गई है. अगर कोई डिलीवरी ब्वॉय ऐसा करने से मना करता है, तो आप उस पैकेज को लेने से मना कर दीजिए.

– ऑफर्स की बरसात के मौसम में ग्राहकों को इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि महंगी से लेकर सस्ती चीजों को मंगाने के लिए किसी प्रतिष्ठित ई-कॉमर्स वेबसाइट को ही चुनें. घर भर देंगे.कॉम, फ्री में मिलेगा मोबाइल.कॉम जैसी वेबसाइट के सस्ते ऑफर्स के चक्कर में न पड़ें. क्योंकि, इस तरह की सेल हर दूसरे महीने आती रहती हैं. लेकिन, इन फर्जी वेबसाइट पर आम आदमी का पैसा अगर फंस गया, तो ये भयंकर मानसिक यंत्रणा से कम नहीं होता है.

– इन तमाम चीजों के साथ ही ग्राहक को हमेशा इस तरह के गैजेट्स या अन्य सामान मंगाने के समय अनबॉक्सिंग का वीडियो जरूर बनाना चाहिए. पैकेज को खोलते समय उसका वीडियो बनाने से आपके पास एक डिजिटल एविडेंस हो जाता है. अगर ई-कॉमर्स कंपनियां आपकी किसी तरह की मदद नहीं करती हैं. तो, उपभोक्ता फोरम में ये सबूत आपके काम आएगा. और, संभव है कि ग्राहक को इसकी मदद से उसके पैसे वापस मिल जाएं.

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