Bhagyashree का जीवन अद्वितीय और अनूठा है। उनकी कहानी में खुशियाँ, दुःख, उत्कृष्टता, और अवसाद की राहें साथ-साथ चलती हैं। जिस तरह वे अपने जीवन के मुश्किल मोड़ों से गुजरती हैं, उससे साफ होता है कि भाग्यश्री एक सामान्य इंसान होने के बावजूद अपने अद्वितीय तरीके से उन मोड़ों का सामना करती हैं।
Dil ki Baat, Actress Bhagyashree के साथ
Bhagyashree अवसाद एक ऐसा अहसास है जिसे हर कोई कभी-न-कभी महसूस करता है, लेकिन जब यह एक व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बनता है, तो उसे निभाना और सहना मुश्किल हो सकता है। भाग्यश्री ने भी इस अवसाद के साथ मुकाबला किया है, और उन्होंने इस अनजान दुनिया के साथ जूझते हुए अपने दिल की बातें कहीं हैं।
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Bhagyashree speaks her heart out
जब Bhagyashree ने पहली बार अवसाद का सामना किया, तो उन्हें यह महसूस हुआ कि जीवन में कुछ अजीब-सा हो रहा है। कहीं न कही, उन्हें वह खुशी और उत्साह का अहसास नहीं हो रहा था जो उन्हें पहले होता था। उनका मन अकेलापन और हताशा से भरा हुआ था। यह सच था कि उन्होंने अपने जीवन की एक नई दिशा में कदम रखा था, लेकिन यह परिवर्तन उन्हें अवसाद में डालने की कीमत थी।
Bhagyashree had gone into depression
अवसाद का सामना करना Bhagyashree के लिए एक नई चुनौती थी, लेकिन उन्होंने इसे अपनी ताकत में बदलने का निर्णय लिया। उन्होंने समझा कि इससे बचना नहीं, बल्कि इसका सामना करना जरूरी है। उन्होंने अपनी मानसिक स्थिति को सुधारने के लिए विभिन्न तकनीकों का सही तरीके से उपयोग किया। योग, मेडिटेशन, और सकारात्मक सोच का अभ्यास करके, उन्होंने अपने अंदर नई ऊर्जा का स्रोत खोजा।
Bhagyashree ने अपने दिल की बातें अपने आसपास के लोगों के साथ साझा करने में भी साहस दिखाया। उन्होंने महसूस किया कि जब वह अपनी असुरक्षित भावनाओं को दूसरों के साथ बांटती हैं, तो उन्हें भी किसी के साथी की तरह बताया जाता है और उन्हें सहायता मिलती है।
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