राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पशु परिचर भर्ती का सिलेबस और परीक्षा पैटर्न जारी कर दिया है। इस भर्ती के लिए लगभग 17 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इस लेख में हम सिलेबस और परीक्षा पैटर्न के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे ताकि अभ्यर्थी अपनी तैयारी को सही दिशा में आगे बढ़ा सकें।
राजस्थान पशु परिचर भर्ती की परीक्षा का आयोजन 1 दिसंबर से 4 दिसंबर तक किया जाएगा। इस भर्ती के लिए 5934 पदों पर नियुक्तियां होनी हैं, जिसमें 5281 पद गैर अनुसूचित क्षेत्र और 653 पद अनुसूचित क्षेत्र के लिए हैं। इस परीक्षा में लगभग 17 लाख अभ्यर्थी भाग लेंगे, जिससे प्रति पद लगभग 286 अभ्यर्थियों का प्रतिस्पर्धा करना होगा।
राजस्थान पशु परिचर भर्ती की परीक्षा का आयोजन 1 दिसंबर से 4 दिसंबर तक किया जाएगा। इस भर्ती के लिए 5934 पदों पर नियुक्तियां होनी हैं, जिसमें 5281 पद गैर अनुसूचित क्षेत्र और 653 पद अनुसूचित क्षेत्र के लिए हैं। इस परीक्षा में लगभग 17 लाख अभ्यर्थी भाग लेंगे, जिससे प्रति पद लगभग 286 अभ्यर्थियों का प्रतिस्पर्धा करना होगा।
सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का महत्व
सिलेबस और परीक्षा पैटर्न किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके माध्यम से अभ्यर्थियों को यह ज्ञात होता है कि परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे और उन्हें किस प्रकार की तैयारी करनी चाहिए।
परीक्षा पैटर्न
पशु परिचर भर्ती की परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होंगे, जो कुल 150 अंक के होंगे। परीक्षा का समय 3 घंटे होगा। प्रश्न पत्र को दो भागों में विभाजित किया गया है:
- भाग अ: इसमें 105 प्रश्न होंगे, जो 105 अंक के होंगे।
- भाग ब: इसमें 45 प्रश्न होंगे, जो 45 अंक के होंगे।
प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक दिया जाएगा और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाएंगे। परीक्षा में न्यूनतम 40% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। परीक्षा का मानक स्तर माध्यमिक स्तर का होगा।
भाग अ: सामान्य ज्ञान
भाग अ में राजस्थान राज्य के विशिष्ट संदर्भ के साथ माध्यमिक स्तर के सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें निम्नलिखित विषय शामिल होंगे:
- दैनिक विज्ञान
- गणित
- सामाजिक अध्ययन
- भूगोल
- इतिहास
- संस्कृति
- कला
- समसामयिक विषय
भाग ब: पशुपालन का सामान्य ज्ञान
भाग ब में पशुपालन से संबंधित विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें निम्नलिखित बिन्दु शामिल होंगे:
- प्रदेश में पशुओं की प्रमुख देशी नस्लें
- कृत्रिम गर्भाधान
- बधियाकरण
- संकर प्रजनन
- दुग्ध दोहन और स्वच्छ दूध उत्पादन
- पशु एवं कुक्कुट प्रबंधन
- जैविक अपशिष्टों का निस्तारण
- संतुलित पशु आहार और चारा फसलें
- स्वस्थ एवं बीमार पशुओं की पहचान
- पशुओं में टीकाकरण और परजीवी रोग
- पशुधन प्रसार और भेड़ बकरियों का स्वास्थ्य कलेण्डर
- ऊन, मांस, दूध व अंडों का उत्पादन
- वर्मी कम्पोस्ट खाद और पशुओं के चमड़े एवं हड्डियों का उपयोग
- पशुओं की उम्र ज्ञात करना और पॉलीथीन से होने वाली हानि
- पशु बीमा और पशु मेलों का प्रबंधन
- गौशाला प्रबंधन और साफ सफाई का महत्व
- डेयरी विकास गतिविधियाँ और पशुपालन विभाग की प्रमुख योजनाएँ
तैयारी की रणनीति
अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे सिलेबस के प्रत्येक विषय पर गहन अध्ययन करें और नियमित रूप से प्रैक्टिस सेट हल करें। परीक्षा की तैयारी के दौरान समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें और महत्वपूर्ण बिन्दुओं को नोट करें।
अभ्यर्थियों के लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी करना महत्वपूर्ण है ताकि वे परीक्षा में सफल हो सकें। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा जारी सिलेबस के अनुसार ही अपनी तैयारी शुरू करें और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में शामिल हों।
हमारी शुभकामनाएँ सभी अभ्यर्थियों के साथ हैं। परीक्षा में सफलता की कामना करते हुए, हम आशा करते हैं कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे।
Rajasthan Pashu Parichar Syllabus Update
पशु परिचर भर्ती का सिलेबस यहां से डाउनलोड करें